





ओडिशा की दक्षिण दिशा में रुशिकुल्या नदी के तट पर पहाड़ी के ऊपर यह मंदिर भक्तों, पिकनिक करने वालों और आगंतुकों के लिए पूरे वर्ष एक अहम स्थल बना रहता है। जुड़वाँ देवियों तारा एवं तारिणी को समर्पित, अनेक लोगों के लिए यह अत्यधिक पूजनीय तीर्थ स्थल है।
ओडिशा की हरित वादियों में छिपा, यह शांत और रंग-बिरंगा तिब्बती मठ आपको दिखेगा। जिरांग मठ के नाम से भी जाना जाने वाले, यह पूर्वी भारत के सबसे बड़े मठों में से एक है तथा संपूर्ण भारत से बौद्ध भिक्षु यहाँ अध्ययन हेतु आते हैं।
छतरपुर के पास रुशिकुल्या नदी के तट पर बसा, ताजे पानी की यह झील सुंदर दृश्य, नाव की सवारी तथा आरामदायक सैर के लिए आदर्श सुरम्य बोर्डवॉक प्रदान करती है।
मूर्तियों के सुंदर रास्तों पर टहलते हुए दोपहर या शाम बिताएँ, फव्वारों तथा उनकी रंगीन रोशनी की प्रशंसा करें तथा सुरम्य फोटो-ऑप्स का लाभ लें।
प्रसिद्ध और स्थानीय लोगों की पसंदीदा यह सुंदर, अछूता रेतीला समुद्र तट रिलैक्स करने के लिए आदर्श स्थान है। तक के किनारे टहलें, दृश्यों का आनंद लें या फिर पिकनिक मनाएँ।
ओडिशा में अपने जैसा पहला, बीजू एडवेंचर पार्क छोडटों और बड़ों सबके लिए भरपूर मनोरंजक गतिविधियों का आयोजन करता है। रोमांच चाहने वालों को 250-मीटर-लंबी ज़िपलाइन, विशाल झूला, बंजी ट्रैंपोलिन और भी बहुत कुछ पसंद आएगा।